जामिया आरिफ़िया / खनक़ाहे आरिफ़िया में 14 जनवरी से 18 जनवरी तक '' जशने यौमे ग़ज़ाली '' के अवसर पर छात्रों के विभिन्न तालिमी कार्यक्रमों का आयोजन।हिफज़े कुरान और हदीस, जेन्रल नालेज, अरबी, अंग्रेजी और उर्दू तक़रीरी और तहरीरी प्रतियोगिताओं में लगभग 450 विद्यार्थियों ने भाग लियाजामिया आरिफ़िया सैयद सरावां इलाहाबाद में पिछले दस सालों से जशने यौमे ग़ज़ाली का आयोजन हो रहा है यह जश्न जामिया आरिफ़िया के छात्रों की तंज़ीम '' जमीअत अल तलबा '' की जानिब से मुनाक़ीद होता है। इस मौके पर जामिया आरिफ़िया के छात्रों के बीच क्षमताओं को निखारने और उजागर करने के लिए...
दाइए इस्लाम शेख अबू सईद मोहम्मदी सफ़वी के दावत पर ''आलमी अमन व शांति का पैगाम इंसानियत के नाम '' उनवान से आयोजित सम्मेलन में काफी संख्या में लोग शरीक हुए।हज़रत आदम अलैहिस्सलाम से लेकर नबी आखिर सल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम तक जितने भी नबी इस दुनिया में आये , वे सब इंसानों को एकता और इंसानियत की दावत देने के लिए आए थे, नबी आखिर (सल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम.) जिनका जन्म दिवस आज हम जश्न के रूप में मना रहे हैं, वह इंसानियत के लिए रहमत बनकर आए थे, केवल मुसलमानों के लिए ही नहीं , आप (सल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम) ने...
दाइए इस्लाम शेख अबू सईद मोहम्मदी सफ़वी के दावत पर ''आलमी अमन व शांति का पैगाम इंसानियत के नाम ''उनवान से आयोजित सम्मेलन में काफी संख्या में लोग शरीक हुए।हज़रत आदम अलैहिस्सलाम से लेकर नबी आखिर सल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम तक जितने भी नबी इस दुनिया में आये , वे सब इंसानों को एकता और इंसानियत की दावत देने के लिए आए थे, नबी आखिर (सल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम.) जिनका जन्म दिवस आज हम जश्न के रूप में मना रहे हैं, वह इंसानियत के लिए रहमत बनकर आए थे, केवल मुसलमानों के लिए ही नहीं , आप (सल्ल्लाहू अलैहि वसल्लम) ने इंसानों को...